Mendeleev periodic table #mandlif ki avart sarni in hindi
मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी
मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी का सिद्धांत अथवा आवर्त नियम – इस नियम के आनुसार, “तत्वों के भौतिक तथा रासायनिक गुण उनके परमाणु भारों के आवर्ती फलन होते हैं ।” अर्थात् तत्वों का परमाणु भार बदलने पर तत्वों के भौतिक व रासायनिक गुणधर्म भी बदल जाते हैं । मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में तत्व बढ़ते हुए परमाणु भार के साथ व्यवस्थित हैं ।
मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी की उपलब्धियाँ –
(i) आवर्त सारणी बनाते समय मेन्डेलीफ को सारणी में अधिक द्रव्यमान वाले तत्व को कभी-कभी कम द्रव्यमान वाले से पहले रखना पड़ा ताकि समान गुणधर्म वाले तत्वों को एक साथ रखा जा सके । उदाहरण के लिए कोबाल्ट (परमाणु द्रव्यमान 58.9) सारणी में निकल (परमाणु द्रव्यमान 58.7) से पहले है ।
(ii) मेन्डेलीफ ने आवर्त सारणी में कुछ स्थानों को रिक्त छोड़ दिया तथा मेन्डेलीफ ने दृढ़ विश्वास से कुछ ऐसे तत्वों के अस्तित्व का अनुमान किया जो उस समय ज्ञात नहीं थे । इनका नामकरण उन्होंने उसी समूह में इससे पहले आने वाले तत्व के नाम में एका उपसर्ग लगाकर किया । जैसे बाद में ज्ञात होने वाले स्कैंडियम, गैलियम, जर्मेनियम के गुणधर्म क्रमशः एका-बोरॉन, एका-ऐल्युमिनियम तथा एका-सिलिकॉन के समान थे ।
(iii) उत्कृष्ट गैसों; जैसे- हीलियम (), निऑन () एवं आर्गन () का पता देर से चला क्योंकि ये अक्रिय हैं तथा वायुमण्डल में इनकी मात्रा बहुत कम है । मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी की एक विशेषता यह भी थी कि जब इन गैसों का पता चला तब पिछली व्यवस्था को छेड़े बिना ही इन्हें नए समूह वर्ग में रखा जा सका ।
मेन्डेलीफ के वर्गीकरण की सीमाएँ – मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में अनेक दोष पाए गए । मुख्य दोष निम्न प्रकार हैं –
i. हाइड्रोजन का स्थान – मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में हाइड्रोजन का स्थान अनिश्चित है । हाइड्रोजन प्रथम समूह के क्षारीय धातु तथा सप्तम समूह के हैलोजन तत्वों से गुणों में समानता रखता है । अतः यह निश्चित नहीं हो पाया कि हाइड्रोजन को प्रथम समूह में रखा जाए या सप्तम समूह में ।
ii. समस्थानिकों का स्थान – आवर्त सारणी में समस्थानिकों को स्थान नहीं दिया गया है ।
iii. कुछ समान गुणों वाले तत्वों को पृथक स्थान – मेन्डेलीफ ने कुछ समान गुणों वाले तत्वों को एक ही समूह में रखने के बजाय अलग-अलग समूहों में रखा । उदाहरणस्वरूप- कॉपर तथा मर्करी, सिल्वर तथा थैलियम, बेरियम तथा लैड ।
iv. कुछ असमान गुणों वाले तत्वों को एक ही समूह में स्थान – आवर्त सारणी में कुछ असमान गुणों वाले तत्वों को एक ही समूह में स्थान दिया गया है, जैसे IA तथा IB के तत्वों को एक ही समूह में रखा ।
v. आठवें समूह में एक साथ तीन तत्वों को रखना – सारणी में आठवें समूह में एक साथ तीन तत्वों को रखा गया है, जैसे- Fe Co Ni, Ru Rh Pd व Os Ir Pt
vi. कुछ अधिक परमाणु भार वाले तत्वों को पहले रखना – सारणी में कुछ अधिक परमाणु भार वाले तत्वों को कम परमाणु भार वाले तत्वों से पहले स्थान दिया गया है, जैसे-कोबाल्ट (58.9) को निकल (58.7) से पहले स्थान दिया गया है ।