Hindi science

class 10 NCERT/CBSE Science chapter-2-text book Question and Answer part -2 || Acids, Bases and Salts

प्रश्न-9. पाँच विलयनों A, B, C, D व E की जब सार्वत्रिक जाँच की जाती है तो PH के मान क्रमशः 4, 1, 11, 7 एवं 9 प्राप्त होते है । कौन-सा विलयन –
a. उदासीन है ।
b. प्रबल क्षारीय है ।
c. प्रबल अम्लीय है ।
d. दुर्बल अम्लीय है ।
e. दुर्बल क्षारीय है ।
PH के मानों को हाइड्रोजन आयन की सांद्रता के आरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए ।
उत्तर-
a. उदासीन – PH 7 वाला विलयन D उदासीन है ।
b. प्रबल क्षारीय – PH 11 वाला विलयन C प्रबल क्षारीय है ।
c. प्रबल अम्लीय – PH 1 वाला विलयन B प्रबल अम्लीय है ।
d. दुर्बल अम्लीय – PH 4 वाला विलयन A दुर्बल अम्लीय है ।
e. दुर्बल क्षारीय – PH 9 वाला विलयन E दुर्बल क्षारीय है ।
हाइड्रोजन आयन सांद्रता के बढ़ते क्रम के मान इस प्रकार से होंगे –
विलयन C < विलयन E  < विलयन D  < विलयन A < विलयन B
अर्थात्
PH  <11  PH  <9 PH  <7 PH  <  4 PH 1

प्रश्न-10. परखनली ‘A’ एवं ‘B’ में समान लंबाई की मैग्नीशियम की पट्टी लीजिए । परखनली ‘A’ में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) तथा परखनली ‘B’ में ऐसिटिक अम्ल (CH3COOH) डालिए । किस परखनली में तेजी से बुदबुदाहट होगी तथा क्यों ।
उत्तर- परखनली ‘A’ में अधिक तेजी से बुदबुदाहट होगी । Mg से HCl तथा CH3COOH दोनों ही क्रिया करके H2 गैस देते है । लेकिन CH3COOH की तुलना में HCl अधिक तेजी से क्रिया करेगा क्योंकि यह प्रबल अम्ल है । अर्थात् HCl अम्ल में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अधिक होती है ।

प्रश्न-11. ताजे दूध के PH का मान 6 होता है । दही बन जाने पर इसके PH के मान में क्या परिवर्तन होगा । अपना उत्तर समझाइए ।
उत्तर- ताजे दूध के PH का मान 6 होता है अर्थात् यह हल्का-सा अम्लीय होता है । जब इसका किण्वन होकर दही बन जाता है तो PH का मान 6 से कम हो जाता है क्योंकि दही में अम्लीय गुण अधिक होता है अर्थात् अम्लीय गुण बढ़ने पर PH के मान कमी आ जाती है ।

प्रश्न-12. एक ग्वाला ताजे दूध में थोड़ा बैकिंग सोडा मिलता है ।
a) ताजा दूध के PH के मान को 6 से बदलकर थोड़ा क्षारीय क्यों बना देता है ।
b) इस दूध को दही बनने में अधिक समय क्यों लगता है ।
उत्तर- a) ताजा दूध में थोड़ा बैकिंग सोडा मिलाने पर दूध का PH का मान 6 से बदलकर थोड़ा क्षारीय हो जाता है अर्थात् PH का मान बढ़ जाता है क्योंकि बैकिंग सोडा (NaHCO3) जिसे सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट कहते है ,क्षारीय होता है । यह दुर्बल अम्ल व प्रबल क्षार का लवण है अतः विलयन क्षारीय हो जाएगा । इससे दूध में बनने वाला अम्ल उदासीन हो जाता है और दूध जल्दी खराब नहीं होता है ।

b) बैकिंग सोडा युक्त दूध को दही बनने में अधिक समय लगता है क्योंकि दूध से दही बनना किण्वन की प्रक्रिया है जो कि एक निश्चित PH मान पर ही होती है ,जो कि लगभग 7 अर्थात् उदासीन माध्यम होना चाहिए । चूँकि बैकिंग सोडा मिलाने पर दूध की PH बढ़ जाती है अतः दूध से दही बनने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है अर्थात् दूध को क्षारीय से अम्लीय होने में अधिक समय लगता है । इसलिए दूध को दही बनने में भी अधिक समय लगता है ।

प्रश्न-13. प्लास्टर ऑफ पेरिस को आर्द्र-रोधी बर्तन में क्यों रखा जाना चाहिए । इसकी व्याख्या कीजिए ।
उत्तर- प्लास्टर ऑफ पेरिस नमी के संपर्क में आकर H2O अणुओं से क्रिया करके शीघ्रता से कठोर ठोस पदार्थ जिप्सम में बदल जाता है । इस कारण इसे आर्द्र-रोधी बर्तन में रखा जाना चाहिए ।
CuSO4.1/2H2O + 3/2H2O CuSO4.2H2O (जिप्सम)
प्लास्टर ऑफ पेरिस

प्रश्न-14. उदासीनीकरण अभिक्रिया क्या है । दो उदाहरण दीजिए ।
उत्तर- उदासीनीकरण अभिक्रिया – अम्ल व क्षार परस्पर क्रिया करके लवण व जल बनाते हैं । इसे ही उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते हैं ।
अम्ल + क्षार → लवण + जल
उदाहरण-
HCl(अम्ल) + NaOH(क्षार) NaCl(लवण ) + H2O
HNO3 (अम्ल) + KOH (क्षाार) KNO3 (लवण) + H2O

प्रश्न-15. धोने का सोडा एवं बैकिंग सोडा के दो-दो प्रमुख उपयोग बताइए ।
उत्तर- धोने के सोडे के उपयोग –
1. धोने के सोडा (सोडियम कार्बोनेट) बोरेक्स बनाने में प्रयुक्त है ।
2. सोडियम कार्बोनेट का उपयोग काँच ,साबुन एवं कागज उद्योगों में होता है । इससे घरों की सफाई भी करते है ।

बैकिंग सोडा के उपयोग –
1. बैकिंग सोडा (सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट) का उपयोग सोडा अम्ल अग्निशामक में किया जाता है ।
2. यह ऐन्टेसिड होता है क्योंकि क्षारीय होने के कारण पेट में अम्ल की अधिकता को उदासीन करके राहत देता है ।

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