Cell organelles and their function in Hindi #कोशिकांग और उनके कार्य
1. कोशिका झिल्ली (plasma membrane)
संरचना- इकाई झिल्ली P-L-P द्वारा निर्मित
प्रमुख कार्य- i) कोशिका परिवहन का नियमन
ii) चयनात्मक पारगम्य
iii) कोशिका का संपर्क व आकृति का नियमन
2. गोल्जीकाय- इसकी खोज कैमिली गॉल्जी ने की ।
संरचना- केन्द्रक के समीप पाया जाता है । इसमें ट्रांजिशनल वेसीकल , सिस्टर्नी , स्त्रावी वेसीकल व संग्राही वेसीकल पायी जाती है ।
प्रमुख कार्य- i) स्त्रावण (Secretion)
ii) शुक्राणु में एक्रोसोम का निर्माण करना
iii) लाइसोसोम का निर्माण करना
3. लाइसोसोम- इसकी खोज डी. डूवे ने की ।
संरचना- इन्हें आत्मघाती थैली भी कहते है । ये एक इकाई झिल्ली द्वारा निर्मित होते है । इनमें अनेक एंजाइम पाए जाते है । इनमें बहुरूपता भी पाई जाती है ।
प्रमुख कार्य- i) अन्तः कोशिकीय पाचन
ii) स्वः भक्षण (Autophagy)
iii) स्वलयन (Autodissolution)
4. अन्तः प्रद्रव्यी जालिका (Endoplasmic reticulum = ER)
संरचना- सिस्टर्नी, वेसीकल्स व ट्यूब्यूल्स द्वारा निर्मित । इसके दो प्रकार होते है –
I ) RER (Rough Endoplasmic reticulum )- इस पर राइबोसोम उपस्थित होते हैं ।
II) SER (Smooth Endoplasmic reticulum )- इस पर राइबोसोम उपस्थित नहीं होते हैं ।
प्रमुख कार्य- प्रोटीन संश्लेषण , ग्लाइकोजन संश्लेषण व स्टीरॉइड संश्लेषण करना ।
5. माइट्रोकॉन्ड्रिया – इसकी खोज कोलिकर ने की ।
संरचना – दोहरी इकाई झिल्ली द्वारा निर्मित होते है । भीतरी झिल्ली पर वलन पाए जाते है ,जिन्हें क्रिस्टी कहते है ।इसे शक्ति केन्द्रक भी कहते है । DNA की उपस्थिति के कारण प्रतिकरण पाया जाता है । भीतरी झिल्ली पर ETS व श्वसनीय श्रंखला पायी जाती है ।
प्रमुख कार्य- i) भोजन के ऑक्सीकरण द्वारा ATP संश्लेषण करना
ii) पीतक पट्टलिकाओं का निर्माण करना
6. राइबोसोम
संरचना – इकाई झिल्ली अनुपस्थित होती है । ये प्रोकेरियोट में 70 S प्रकार के व यूकेरियोट में 80 S प्रकार के होते है ।
प्रमुख कार्य- ये प्रोटीन संश्लेषण का कार्य करते है । ये प्रोटीन फेक्ट्रीज या कोशिका का इंजन कहलाते है ।
7. सेन्ट्रोसोम
संरचना – जन्तु कोशिका में एक जोड़ी नलाकार सेन्ट्रीयोल पाई जाती है व इनके बीच 90 डिग्री का कोण पाया जाता है । यह इकाई झिल्ली विहिन होती है । प्रत्येक सेन्ट्रीयोल में तिहरी सूक्ष्म नलिकाऐं पायी जाती है । इसमें कार्ट व्हील संरचना उपस्थित होती है ।
प्रमुख कार्य- कोशिका विभाजन के समय तर्कु तंतुओं का निर्माण करना ।
8. केन्द्रक झिल्ली (Nuclear membrane)
संरचना – यह दोहरी इकाई झिल्ली द्वारा निर्मित होती है और झिल्ली पर केन्द्रक छिद्र पाए जाते है । अन्तः केन्द्रक झिल्ली पर फाइबरस लेमिना नामक परत पायी जाती है ।
प्रमुख कार्य- केन्द्रक व कोशिका द्रव्य के बीच परिवहन का नियमन करना ।
9. केन्द्रिका (Nucleolous) – इसकी खोज फोन्टेना नामक वैज्ञानिक ने की ।
संरचना – इकाई झिल्ली अनुपस्थित होती है । इसमें एमोरफस मैट्रिक्स, कणिकामय भाग व तन्तुमय भाग पाया जाता है ।
प्रमुख कार्य- i) राइबोसोम का निर्माण करना । अतः प्रोटीन संश्लेषण में सहायक
ii) r-RNA का संग्रहण करना ।
10. गुणसूत्र (क्रोमोसोम)
संरचना – केन्द्रक में पाए जाते है, ये विभाजन के समय दिखाई देते है । सामान्य कोशिका में 2N व व युग्मक में N अवस्था पायी जाती है । गुणसूत्र DNA व हिस्टोन प्रोटीन द्वारा निर्मित होते है ।
प्रमुख कार्य- i) कोशिका की विभिन्न गतिविधियों का नियंत्रण करना ।
ii) एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में आनुवांशिक लक्षणों का स्थानांतरण करना ।
11. पक्ष्माभिका (Cilia)
संरचना – दो मध्य व नो परिधीय सूक्ष्म नलिकाओं (9+2 ) की व्यवस्था युक्त होते है । इसमें इकाई झिल्ली अनुपस्थित होती है ।
प्रमुख कार्य- i) सिलियेट्स में गमन व पोषण में सहायक होती है ।
ii) जनन वाहिनियों व ट्रेकिया में पायी जाती है ।
12. कशाभिकाएँ (Flagela)
संरचना- इनमें (9+2 ) की व्यवस्था पाई जाती है । ये सिलिया से लंबे व संख्या में कम होते है ।
प्रमुख कार्य- i) ये प्रोटोजोआ के मेस्टिगोफोरा वर्ग के गमनांग है ।
ii) शुक्राणु गमन में सहायक ।
iii) कोएनोसाइट्स कोशिका में उपस्थित होती है ।
13. सूक्ष्मनलिकाऐं
संरचना- ये झिल्ली विहिन, सर्पिलाकार व खोखली नलिकाऐं है । इनमें ट्यूब्यूलिन नामक प्रटीन पाया जाता है ।
प्रमुख कार्य- ये पक्ष्माभिकाओं ,कशाभिकाओं व सेन्ट्रीयोल में पायी जाती है ।
14. लवक (Plastids)
संरचना- ये दोहरी इकाई झिल्ली युक्त होते है ।
प्रमुख कार्य- हरितलवक(क्लोरोप्लास्ट) प्रकाश का संश्लेषण का कार्य करते है ।
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