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Photosynthesis #प्रकाशसंश्लेषण #Science G.K.

प्रकाश-संश्लेषण

⦁ प्रकाश-संश्लेषण (Photosynthesis) – पौधों में जल, प्रकाश, पर्णहरित तथा कार्बन डाइ-ऑक्साइड की उपस्थिति में कार्बोहाइड्रेट के निर्माण की प्रक्रिया को प्रकाशसंश्लेषण कहते हैं ।

प्रकाश-संश्लेषण की समीकरण –


प्रकाशसंश्लेषण में दो रासायनिक अभिक्रियाएँ होती हैं –
1. प्रकाशिक अभिक्रिया (Photochemical reaction)
2. अप्रकाशिक अभिक्रिया अथवा प्रकाशहीन अभिक्रिया (Dark chemical reaction)

1. प्रकाशिक अभिक्रिया (Photochemical reaction) – यह क्रिया क्लोरोफिल के ग्रेना (Grana) भाग में संपन्न होती है । इसे हिल क्रिया (Hill reaction) भी कहते हैं । इस क्रिया में जल का अपघटन होकर हाइड्रोजन आयन तथा इलेक्ट्रॉन बनता है । जल के अपघटन के लिए ऊर्जा प्रकाश से मिलती है । इस प्रक्रिया के अंत में ऑक्सीजन (O2) तथा ऊर्जा के रूप में ATP व NADPH निकलते हैं । ऊर्जा के ये रूप प्रकाशहीन अभिक्रिया को संचालित करने में मदद करते है ।

2. अप्रकाशिक अभिक्रिया (Dark chemical reaction) – यह क्रिया क्लोरोफिल के स्ट्रोमा में होती है । इस क्रिया में कार्बन डाइ-ऑक्साइड का अपचयन होकर शर्करा एवं स्टार्च बनता है ।

⦁ कुछ महत्वपूर्ण बिंदू
i. प्रकाश-संश्लेषण के लिए कार्बन डाइ-ऑक्साइड (CO2), जल (H2O), क्लोरोफिल तथा सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता होती है ।
ii. स्थलीय पौधे वायुमंडल से कार्बन डाइ-ऑक्साइड लेते हैं ,जबकि जलीय पौधे जल में घुली हुई कार्बन डाइ-ऑक्साइड लेते हैं ।
iii. पत्ती की कोशिकाओं में जल शिरा से परासरण (Osmosis) द्वारा एवं CO2 वायुमंडल से विसरण (Diffusion) द्वारा जाता है ।
iv. प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक जल पौधों की जड़ों के द्वारा अवशोषित किया जाता है एवं प्रकाश-संश्लेषण के दौरान निकलने वाली ऑक्सीजन इसी जल के अपघटन से प्राप्त होता है ।
v. क्लोरोफिल पत्तियों में हरे रंग का वर्णक है । इसके चार घटक हैं – क्लोरोफिल ए. , क्लोरोफिल बी. , कैरोटीन तथा जैंथोफिल । इनमें क्लोरोफिल ए. एवं बी हरे रंग का होता है और ऊर्जा स्थानांतरित करता है । यह प्रकाश-संश्लेषण का केन्द्र होता है ।
vi. क्लोरोफिल के केन्द्र में मैग्निशियम का एक परमाणु होता है ।
vii. क्लोरोफिल प्रकाश में बैंगनी, नीला तथा लाल रंग को ग्रहण करता है ।
viii. प्रकाश-संश्लेषण की दर लाल रंग के प्रकाश में सबसे अधिक एवं बैंगनी रंग के प्रकाश में सबसे कम होती है ।
ix. प्रकाश संश्लेषण की क्रिया उपचयन-अपचयन अभिक्रिया (Oxidation-Reduction Reaction) का उदाहरण है । इसमें जल का उपचयन ऑक्सीजन के बनने में तथा कार्बन डाइ-ऑक्साइड का अपचयन ग्लूकोज के निर्माण में होता है ।

 

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